न थी यह हमारी रजा , न ही यह उनकी खता
फ़िर क्यू साथ चलते चलते , रंजूर हो गए हम ...
कुछ कदम पर हम थे , कुछ कदम पर तुम ,
फ़िर क्यू पास आते आते , दूर हो गए हम ...
Thursday, July 17, 2008
न थी यह हमारी रजा
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
न थी यह हमारी रजा , न ही यह उनकी खता
फ़िर क्यू साथ चलते चलते , रंजूर हो गए हम ...
कुछ कदम पर हम थे , कुछ कदम पर तुम ,
फ़िर क्यू पास आते आते , दूर हो गए हम ...
No comments:
Post a Comment