Wednesday, October 15, 2008

ज़माने की सारी दुआयों ...

ज़माने की सारी दुआयों से बढकर, मेरी एक दुआ है, मेरे उस ज़माने के लिए ...

हे खुदा तू लै ले मेरी जान, और दे दे उनको , हर इक लम्हा मुस्कुराने के लिए ...

लेता रहूँगा हर जनम, बस तेरा ही कर्ज चुकाने के लिए , जो करता रहे तू करिश्मा , मेरे महबूब को हँसाने के लिए ...

न रहेगा रंजो गम , ना ही कोई शिकायत तुझसे , जो ले जा तू मेरी साँसे , बस उनकी जुल्फे लहराने के लिए ...

Wednesday, October 8, 2008

तुम्हारी जुल्फों की घनी छाव ...

तुम्हारी जुल्फों की घनी छाव मे सो जाऊ अगर ,
तुम्हारी आँखों की इन अदाओं मे खो जाऊ अगर ,
तन्हा कर मुझको यू ही न छोड़ जाना तुम , क्यूकी
मौत भी न आएगी तुमसे जुदा हो जाऊ अगर ...

तुम्हारी बाहों की पनाह ...

तुम्हारी बाहों की पनाह मे सारी उमर बीत जाए ,
हर चहेरे पे बस अब तेरा ही चहेरा नजर आए ,
खुशियों के मोती जो कभी आँखों मे उतर आते है ,
इन अश्को को क्यू रोकू मै जब उनमे भी तू ठहर जाए

हवाओ का रुख ...

हवाओ का रुख हर पल बदल जाता है ,
बदलियों को देख कभी सूरज भी शरमाता है ,
जब भी होते हो तुम साथ हमारे ,
ना जाने कमबख्त ये वक्त क्यू गुजर जाता है

Friday, September 19, 2008

हंथेली मे कुछ बूंदे सजोए ...

हंथेली मे कुछ बूंदे सजोए , उनकी ही यादो मे खोए ,
ख़ुद से ही बातें करते मैं, यू ही चलता चला जा रहा था ...

देख मुझे सूरज ये बोला, जो दे जा तू मुझको ये बूंदे ,
तो कहने से तेरे होंगी , हर सुबहे , और सब रातें

सुनकर उसकी ये बातें, मैंने की यह गुजारिश उससे,
जो कर सके जुदा तू ख़ुद से, अपनी उन किरणों को जिनसे,

करता है तू मोहब्बत तबसे, इस जहाँ मे उजाला है जबसे,
तो ले जा तू मेरी सारी , मुझसे भी प्यारी बूंदे ...
सुनकर मेरी बातें, वो ख़ुद को बदलियों मे छुपाये जा रहा था ...

हंथेली मे कुछ बूंदे सजोए , उनकी ही यादो मे खोए ,
ख़ुद से ही बातें करते मैं , यू ही चलता चला जा रहा था ...

Tuesday, September 9, 2008

कहने को तो कह दू मैं ...

कहने को तो कह दू मैं , की तुमसा कोई हँसी नही ,

पर कैसे कहू यह तुमसे मै , जब तुमको है यकीं नही ...

शाहिल किनारे बैठे ...

शाहिल किनारे बैठे यू सागर को तुम न देखा करो ,
डरता हू कही , सागर को , मोहब्बत न तुमसे हो जाए
ख्यालो मे खोए यू फिजाओ से न बाते करो ,
घबराता हू कही , फिजाओ को , चाहत न तुमसे हो जाए ...

Wednesday, September 3, 2008

तन्हाइयो की आगोश ने ...

तन्हाइयो की आगोश ने कुछ ऐसा जादू कर दिया ,
की आज फ़िर महफिलों मे यह दिल उदास है ...
कल के अंधेरे को कर सके जो दूर ,
उस आज के सवेरे की मुझे मुदत्तो से तलाश है ...

ज़माना न था जालिम कभी, न है लोग यहाँ के ,
फ़िर क्यू है यह माउसी ,क्यू हर सक्श निराश है ...

Saturday, August 30, 2008

कहता हू हर पल जा ...

कहता हू हर पल से रुक जा , देखू उनको जी भर के मैं ,
रहता हू खवाबो मे खोया , सोचू उनको दिनभर ही मैं ...
सजदे मे उनको ही झुके सर , बन गए वो मेरे खुदा ...
रब से हरपल यही गुजारिश , न हो कभी मुझसे जुदा ...

Thursday, August 28, 2008

कभी न थी यह ख्वाइश ...

कभी न थी यह ख्वाइश मेरी , की खुश रहे तू मेरे कारण
पर रब से मैंने चाहा हरदम , गम न हो तुझे मेरे साजन
डरता हू यह सोच के मै , की छीन न तुझे मुझसे कोई
पर दिल से मैं कहता हू हमदम , तू है मुझमे मैं तेरी धड़कन ...

Tuesday, August 26, 2008

आँखे जो बंद कर लेता हू ...

आँखे जो बंद कर लेता हू , ख्वाबो मे आ जाती तुम
कुछ भी सोचू उससे पहले मुझको यू पड़ जाती तुम
तुम्हे देखने मे ही सारी उमर बीत जायगी
न जाने ख्वाबो से निकलकर बाहों मे कब आओगे तुम ...

चहरे पर हँसी है जो छाई

चहरे पर हँसी है जो छाई , कभी सोचा तुमने कहा से है वो आई

मुस्कुराना कभी न था मुस्किल पर हमारी तो हँसी तुमसे है आई

जिंदगी तो जी लेते है सब , बिन तुम्हारे जीना भी क्या ,

जब से हमने देखा है तुमको , साँसों ने अपनी धड़कन है पाई ...

Friday, August 22, 2008

सोचता हू जब भी मिलू ...

सोचता हू जब भी मिलू , देखता ही जाऊ उसका चहेरा ,
यह पल क्यू बीत जाए रे , जब भी देखू उसका चहेरा
एक जनम बीत जाएगा , जो दिखाए वो अपनी अदाए ,
हर जनम कम पड़ जाए रे , जो दे दू उसको दुआए

बदल भी शरमा जाए जो दे वो जुल्फे फैला ,
पर्वत भी लहरा जाए जो देखे वो नजरे मिला ...

Thursday, August 21, 2008

जो कर दिया वादा ...

जो कर दिया वादा तुमसे , उसपर ही कायम रहेगे हम
न की कभी वेवफाई हमने , न ही कभी करेंगे हम ,
तुमसे एक वादा मैं चाहू , न करना सिकवा न कोई गम
अगर न कर पाया कभी अपने वादों को मैं पूरा सनम ,
क्योंकी डर लगता है , जिंदगी आज है , कल रहे न रहे हम ...

Wednesday, August 13, 2008

जब तुम्हारी यादो में खोया ...

जब तुम्हारी यादो में खोया ,
टकरा जाऊ किसी दरख्त से
लोग कहते है , मैं भी नही बचा ,
इस जुल्मी इश्क कमबख्त से ...

Thursday, August 7, 2008

जन्नत मे रहती है तू ...

जन्नत मे रहती है तू , मेरे खवाबो की है जिंदगी
रहता हू यादो मे तेरी , तू है मेरी बंदगी
कहता हू हर पल से रुक जा , देखू तुझको जीभर के
मन्नत ये मेरी दिल से , तू बन जा मेरी हमनशी ...

Wednesday, August 6, 2008

हांथो की मेहदी ...

हांथो की मेहदी रंग ला रही है आहिस्ता आहिस्ता
बातों ही बातों मे कुछ समझा रही वो आहिस्ता आहिस्ता
लब्जो को समझने मे न हो जाए गुस्ताखी हमसे
इकरार ऐ मोहब्बत लबों पर आ रही है आहिस्ता आहिस्ता ...

Tuesday, August 5, 2008

जहा तक है जमीं ये ...

जहा तक है जमीं ये , वहा तक खोजा तुमको
न जाने क्यू न मिल पाई , हर तरफ़ ढूँढा तुमको
परेशां हो जब पूंछा रब से पता तुम्हारा , कहने पर उसके
जो देखा दिल मे मैने , पाया वहा मुस्कुराते तुमको ...

Monday, August 4, 2008

चहरे से नकाब ...

चहरे से नकाब जो हटा देता हू मैं ,
न जाने क्यू पहचान छुपा लेते है लोग

इंसां को जो को ख़ुद से मिला देता हू मैं ,
न जाने क्यू दूरिया बड़ा लेते है लोग

चाहता तो हू की सब को मिल जाए हर खुशी ,
पर जब झूठ से परदा जो उठा देता हू मैं
न जाने क्यू हम पर ही इल्जाम लगा देते है लोग ...

रात मे दिन क्यू हो जाए ...

रात मे दिन क्यू हो जाए , जब देखू तेरा चेहरा

हर तरफ़ तू नजर आए , जब ढूँढू तेरा चेहरा

जन्नत यही पर दिख जाए , खुशबू हवा मे मिल जाए

वक्त यू ही क्यू थम जाए , हाँ ... जब देखू तेरा चेहरा

Saturday, August 2, 2008

कहते से खुदा से हरपल ...

कहते से खुदा से हरपल , मिला दे उनसे कहीं
रहते थे ख्वाबो मे उनके , जैसे हो वो यहीं कहीं
जब भा गया दिल को कोई ,
फ़िर क्या ग़लत और क्या सही
कभी तो समझेगी हमारे , दिल की वो अनकही ...

Thursday, July 31, 2008

इतने पास होकर भी ...

इतने पास होकर भी क्यू रहती हो तुम दूर ,
क्या करू जब दिल मेरा बस तुमसे है मजबूर

चाहत भी तो रहती है दिल के कितने पास
फ़िर क्यू नही आती लबों पर दिल की हर बात
नजरो को न देखो , देखो दिल मे क्या है आस
रब ही जाने कब होगी उनसे हमारी मुलाकात

कैसे कहू मैं रहता हू तुम्हारे नसे मे चूर
इतने पास होकर भी क्यू रहती हो तुम दूर ...

न कोई सिकवा न शिकायत ...

न कोई सिकवा न शिकायत है उनसे ,
अब तो बस यही एक चाहत है उनसे
दिल मे जगह जो दे दे वो हमको , बस
हमारी तो हर एक मुस्कुराहट है उनसे ...

Tuesday, July 29, 2008

जान निसार करते थे

जान निसार करते थे तुम पर ही सनम हरदम ,
न जाने किस खता को सजा तुमने बना दिया
नामुमकिन था जो तर्क ऐ ताल्लुग मुझसे हमदम ,
जुदा हो हमसे , तुमने आसां क्यू वो बना दिया ...

Monday, July 28, 2008

जन्नत ऐ नूर का ...

जन्नत ऐ नूर का , दीदार हुआ अभी अभी

छाया है सुरूर उनका , ऐतबार हुआ अभी अभी

चहरे से उनके जो नजरे न हटा सकू

न जाने क्यू हमको भी, प्यार हुआ अभी अभी

Thursday, July 24, 2008

कागज़ की नाव मे

कागज़ की नाव मे हांथी है बैठा
जुगनू के गाव मे तारो का डेरा ,
देखो समंदर मे पंछी है तैरे
ऊंचे गगन मे मछली का घेरा ...
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बादल के झूले मे चंदा है झूले
सूरज की आँखों मे सपनो का फेरा ,
देखो ये बारिश सोना है बरसे
चलते पवन मे घर है मेरा ...

इधर आओ भाई

इधर आओ भाई ... देखो तुम्हे कुछ दिखाऊ ....
ऊपर आसमान मे सितारे है जितने ,
उतने चहरो पर हँसी जो तुम ले आए ,
देखो ये सितारे कह रहे तुमसे ,
उनके चहरे पर भी खुशी तुम ले आए ...

इधर आओ भाई ...देखो तुम्हे कुछ दिखाऊ ....
नीचे समंदर मे सीप है जितने ,
उतने बेघरों को सहारा जो तुम दे आए ,
देखो ये सीप कह रहे तुमसे ,
उनके मोतियों पर भी चमक तुम ले आए ...

Wednesday, July 23, 2008

चाहा उन्हें हमने ...

चाहा उन्हें हमने इस शिद्दत से ,

की हमसे ही नजरे वो झुका बैठे

तलाश थी जिनकी एक मुद्दत से ,

उन्हें देख , दिल अपना हम लुटा बैठे ...

Monday, July 21, 2008

जो उनसे हमारी

जो उनसे हमारी , पहली पहली मुलाकात हो गयी

इस दिल की , अपने मुस्कान से जो बात हो गयी

बरसो से जिंदगी को , तलाश थी जिस मुकाम की

उनसे मिलकर हमारी , हमसे ही पहचान हो गयी ....

Saturday, July 19, 2008

न कोई ख़बर उनकी

न कोई ख़बर उनकी , न ही कोई पैगाम है ,
या तो हमसे नाराज वो , या ख़ुद से परेशां है
जब तक थे साथ हमारे , हर गलिया आबाद थी ,
अब तो ये गलिया क्या , हर मंजर बिरान है ...

Friday, July 18, 2008

मुस्कुराती सुबहो से

मुस्कुराती सुबहो से , जो की मैंने बातें
ले आयी खुश्बुयो की , ये फिजाये सौगाते
यादो ही यादो मे बीत जाए जिंदगानी
उससे जो मिला दे रब , तेरी महेरबानी ...

लहराती हवाओं से , जो हुई मुलाकाते
छा गयीं ये घटाये , हो गयीं बरसाते
आँखों मे छा जाए उसके चहरे की रवानी
मुझको जब दे जाए कोई उसकी निशानी ...

Thursday, July 17, 2008

न थी यह हमारी रजा

न थी यह हमारी रजा , न ही यह उनकी खता
फ़िर क्यू साथ चलते चलते , रंजूर हो गए हम ...
कुछ कदम पर हम थे , कुछ कदम पर तुम ,
फ़िर क्यू पास आते आते , दूर हो गए हम ...

तुम से मिलवाने आया हू ...

आँखों से बहते अश्को मे , मोती दिखलाने आया हू ,

जख्म दिए है दुनिया ने जो , घाव वो भरने आया हू

दिल से जो होती है बातें , वो बतलाने आया हू ,

मीलो पैदल चलकर तुमको , तुम से मिलवाने आया हू .....

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रात ढले जब छाए अँधेरा , निराश न हो जाना तुम ,

दिन से पहले होती है राते , ये बतलाने आया हू

जो न दिख पाए तुमको वो , राह दिखलाने आया हू ,

मीलो पैदल चलकर तुमको , तुम से मिलवाने आया हू .....

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साथ न दे जब कोई तुम्हारा , ख़ुद से दूर न जाना तुम ,

करलो ख़ुद को इतना पक्का , गम को हर सह जाना तुम

गम से है खुशियो का नाता , ये बतलाने आया हू ,

मीलो पैदल चलकर तुमको , तुम से मिलवाने आया हू .....

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जिसको चाहा दिल से तुमने , जब छोड़ तुम्हे वो जाएगा ,

दिल से देना उसको दुआए , चैन तुम्हे आ जायेगा

प्यार वही सच्चा है यारा , जिसमे यार रहे खुश हरदम ,

मीलो पैदल चलकर तुमको , तुम से मिलवाने आया हू .....

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नजरो से जो दिखता है , सच नही होता वो हरदम ,

दिल से तुम पहचानो इंसान को , मनो उसको अपना हरदम

दिल से जो होती है बातें , वो बतलाने आया हू ,

मीलो पैदल चलकर तुमको , तुम से मिलवाने आया हू .....

Wednesday, July 16, 2008

कभी तो यू ही आकर

कभी तो यू ही आकर , गले मेरे लग जाती वो
कभी पास होकर भी , दूर चली क्यू जाती वो
जब भी हो साथ मेरे वो , वक्त यू ही थम जाता है
कहना चाहे मुझसे कुछ , पर बिना कहे चली जाती वो ...

कभी तो नजरे मिलाकर , दिल मेरा पढ़ जाती वो
कभी तो ख्वाबो मे आकर , मुझको क्यू तडपाती वो
जब भी हो पास मेरे वो , दिल को चैन आ जाता है
रहना चाहे साथ मेरे , पर बिना रहे चली जाती वो ...

Tuesday, July 15, 2008

तुम्हारी नजरो से नजरे जो

तुम्हारी नजरो से नजरे जो , हमारी टकरा गयी
बीरान ऐ दिल मे मेरे , फ़िर से बहार आ गयी
बरसो से जो करते थे , ख़ुद से ही बातें हम
तुम्हे देख न जाने क्यू , जुबां पर वो आ गयी

Monday, July 14, 2008

आज फ़िर लेकर आया

आज फ़िर लेकर आया , खुशियों का तोहफा मैं

भरकर अपनी झोली ले जाऊ , दुखो का बोझा मैं

दिलवालों से जो करले सौदा , ऐसा सौदागर मैं ...

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तारो के टूट जाने से , आसमां नही टूटा करते

हवाओ के रूठ जाने से , अरमां नही रूठा करते

टूटे हुए अरमानो को जोड़े , ऐसा जादूगर मै ...

आज फ़िर लेकर आया , खुशियों का तोहफा मैं

भरकर अपनी झोली ले जाऊ , दुखो का बोझा मैं

दिलवालों से जो करले सौदा , ऐसा सौदागर मैं ...

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पतझड़ के बीत जाने पर , फ़िर बसंत है लोट आता

घनघोर अँधेरा छट जाने पर , फ़िर सूरज है मुस्कुराता

गम को जो खुशियों से हरा दे , ऐसा बाजीगर मैं ...

आज फ़िर लेकर आया , खुशियों का तोहफा मैं

भरकर अपनी झोली ले जाऊ , दुखो का बोझा मैं

दिलवालों से जो करले सौदा , ऐसा सौदागर मैं ...

Thursday, July 10, 2008

जो कभी लाब्जो से

जो कभी लब्जो से न कह पाईं तुम , नजरे तुम्हारी कह देती वो बातें ...
राज ऐ दिल मे छुपाओगी कैसे , जब हाल ऐ दिल कह देती तुम्हारी बातें ...
जो कभी तुमसे न कह पाए हम , कभी तो समझो हमारी वो बातें....
साथ ऐ तुम्हारा चाहू हरदम , पर खोजू , ख़ुद से बहतर , सुनकर तुम्हारी बातें ...

Wednesday, July 9, 2008

इक्तिज्ज़ा ऐ हमारी

इक्तिज्ज़ा ऐ हमारी की , हर हँसी हो तुम्हारी , हर सफर मे हो साथ तुम्हारा ...
है दुआ ऐ हमारी की , हर खुशी हो तुम्हारी , हर गम से हो सरोबार हमारा ...

हीरे की चमक का

हीरे की चमक का हर इंसा है कायल ,

तुम्हारी एक मुस्कराहट क्या हीरे से कम है

चहरे की दमक से हर सख्स है घायल ,

तुम्हारा यह नूर क्या किसी हुस्न से कम है

Tuesday, July 8, 2008

अफसाना ऐ मोहब्बत

अफसाना ऐ मोहब्बत , कैसे मैं लिख पाऊ
तुम्हे देखने की चाहत मे , देखता ही जाऊ
नगमा ऐ दिल का अपने , कैसे मैं सुनाऊ
तुम्हारे आने की आहट , मे दौड़ा चला आऊ

तेरी याद आती है

तेरी याद आती है , हाँ तेरी याद आती है ....
ओ ... तेरी याद आती जाना , तेरी याद आती है ...

सूरज की किरने खिल जाए , जब चंदा गगन मे लहराए
तारो की महफ़िल जम जाए , जब खुशबू हवा मे मिल जाए
हाँ तेरी याद आती है , हाँ तेरी याद आती है ....
ओ ... तेरी याद आती जाना , तेरी याद आती है ...

चहरे पर हँसी जब छा जाए , जब दिल को पसंद कोई आ जाए
जब नजरे न हटे उस चहरे से , जिस चहरे पे नजर तू आ जाए
हाँ तेरी याद आती है , हाँ तेरी याद आती है ....
ओ ... तेरी याद आती जाना , तेरी याद आती है ...

निकला था तलाशने

निकला था तलाशने , हाँ... जन्नत को
जन्नत न मिली , हाँ... तुम मिल गयी
खोजता था पत्थरो मे , हाँ... खुदा को
खुदा न मिला , हाँ... तुम मिल गयी

सूरज के दर पर मै

सूरज के दर पर मै , बारात लेकर आऊंगा ,

चांदनी की घुन्गरुओ पर , चाँद को नाचाउंगा ,

रब माने या न माने , तुझे लेकर जाऊंगा ...

हाँ , रब माने या न माने , तुझे लेकर जाऊंगा ...

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तारो की महफ़िल से , डोली तेरी ले जाऊंगा ,

इन्द्रधनुस के रंगों से , मांग तेरी भर जाऊंगा ,

रब माने या न माने , तुझे लेकर जाऊंगा ...

हाँ , रब माने या न माने , तुझे लेकर जाऊंगा ...

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दिल की ये बातें , न जाने , कैसे कह पाऊंगा ,

हर पल तुझे ही सोचू , बिन तेरे मर जाऊंगा ,

रब माने या न माने , तुझे लेकर जाऊंगा ...

हाँ , रब माने या न माने , तुझे लेकर जाऊंगा ...

Sunday, July 6, 2008

हमारी तो तमन्ना थी

हमारी तो तमन्ना थी की उम्र भर उनके साथ चले ,
लकिन वो इतने खुदगर्ज निकले की हमे देखते ही रास्ता बदल देते है
हर पल यही ख्वाइश थी की सारी जन्नत की खुशिया उनके दामन मे भरते चले ,
पर वो इतने बेदर्द निकले की हमारे अश्को पर भी हंस देते है

Friday, July 4, 2008

महेरबां था खुदा हम पर

महेरबां था खुदा हम पर , जब , नजरो से उनकी , नजरे हमारी , टकरा गयी
अरमां था जिन्हें पाने का दिल मे ,वो नजरो से होकर , इस दिल मे समा गयी

तेरी याद मे वो जाना

तेरी याद मे वो जाना , सुबकुछ भुला दूंगा , तू जो हँस दे तो सारे , जहा को हँसा दूँगा

फासले बहुत है पर मै , दूरिया मिटा दूँगा , तू जो है संग मेरे मै , रब को हरा दूंगा

साँसों की धड़कन तू है ... चाहत की तड़पन तू ... नीदों मे तू ही तू है ... ख्वाबो मे तू ही तू .....

राहो की रहबर तू है... रंगों के रंग मे तू ... फूलो की खुसबू तू है ....मेरी तो जन्नत तू ...

तेरी चाहतो मे जाना , दुनिया भुला दूँगा , तू जो कह दे तो मै , वक्त को रुका दूँगा

मुस्किले बहुत है पर मै , रास्ते बना लूँगा , तेरे इंतजार मे मै , सदिया बिता दूँगा

सूरज की किरने तू है ...सागर की लहरे तू... बातो मे तू ही तू है... सांसो मै तू ही तू ...

गीतों की धुन मे तू है ... हांथो की लकीरे तू... जीने की तमन्ना तू है... मरने के बाद भी तू .....

तेरी खुशी से ,अपनी , महफिले सजा दूंगातू जो चाहे तो मैं , चाँद भी दिला दूँगा

साजिशे बहुत है पर मैं , उलझने सुलझा दूँगा , तू जो है संग मेरे मै , रब को हरा दूंगा

दिल की तरंगे तू है ... मन की उमंगें तू ... बारिश की बूंदे तू है ... बागो की रौनक तू....

रस्मो की कसमे तू है ...मेरी तो मन्नत तू... रब के पहले तू है... हाँ , रब के बाद भी तू ....

Thursday, July 3, 2008

नजर वो नजर है

नजर वो नजर है जो नजरो को हमारी पहचान ले
चाहत तो तुम्हारी चाहत है जो हमसे पहले हमे जान ले

Wednesday, July 2, 2008

हाल ऐ दिल का अपने

हाल ऐ दिल का अपने , मै सुनाऊ तो कैसे

राज ऐ गम का अपने , मैं बताऊ तो कैसे

चाहत की राहो पर , ठोकर जो खाई है ,

उठाने की हर कोशिस मे , नाकामी पाई है

चाल ऐ अपनी , तुमको , मैं दिखाऊ तो कैसे ....

हाल ऐ दिल का अपने , मै सुनाऊ तो कैसे
राज ऐ गम का अपने , मैं बताऊ तो कैसे

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अहेसास ऐ मोहब्बत मे , धोके ही धोके है

कसमे और वादे तो , झूठे ही होते है

बहते हुए अश्को की , झलक , दिखालाऊ तो कैसे ....

हाल ऐ दिल का अपने , मै सुनाऊ तो कैसे
राज ऐ गम का अपने , मैं बताऊ तो कैसे

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बारिश की बूंदे भी , अंगारे बरसाती है

तुझे भूलने की कोशिस , तेरी याद दिलाती है

जान ओ मेरी , तुमको , मैं भुलाऊ तो कैसे ....

हाल ऐ दिल का अपने , मै सुनाऊ तो कैसे
राज ऐ गम का अपने , मैं बताऊ तो कैसे

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सागर की लहेरो मे , तुझको ही दुन्द्दू मैं

रब की इबादत मे , तुझको ही पूजू मैं

अरमा ओ मेरी , तुझको , समझाऊ तो कैसे ....

हाल ऐ दिल का अपने , मै सुनाऊ तो कैसे

राज ऐ गम का अपने , मैं बताऊ तो कैसे

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जाते हुए लम्हों मे , तेरी सांसो की खुसबू

आते हुए पल पल मे , तुझे पाने की जुब्त्जू

मंजिल वो मेरी तुझसे दूर जाऊ तो कैसे ....

हाल ऐ दिल का अपने , मै सुनाऊ तो कैसे

राज ऐ गम का अपने , मैं बताऊ तो कैसे

Monday, June 30, 2008

अपनी मोहब्बत का

अपनी मोहब्बत का इसबात क्या दू मै आपको
अगर आप कहे तो सारी इल्तिफात दू मै आपको ,
अहेसान ऐ खुदा तेरा , जो हुस्न ऐ जन्नत दी अपने
अपनी इस जिंदगी के अलावा और क्या दू मै आपको

Sunday, June 29, 2008

अश्क जो मोहब्बत में

अश्क जो मोहब्बत में निकलते है दिले अहेसास से
उन अश्को को ऊही बहा मोहब्बत को बदनाम न करो
खुदा ने जो हुस्न दिया है सच्चे इमान से
उस हुस्न को ऊही दिखा सरेआम न करो

Saturday, June 28, 2008

तन्हाइयो की आगोश मे

तन्हाइयो की आगोश मे जाकर भी देखा

महफिलों की रोनको मे खोकर भी देखा

देखा है हमने हशिनाओ को बहो मे समाकर

पर तुम्हारी चाहतो को हमने कही भी न देखा

तुम्हारी यादो मे

तुम्हारी यादो मे इस कदर खोए की ,

चाँद भी बेदाग नजर आने लगा

तुम्हारी मुस्कुराहठो मे कुछ ऐसे डूबे की ,

खुदा भी बेईमान नजर आने लगा

गमो की बारिसों मे

गमो की बारिसों मे हम इतना भीगे की ,
सुर्ख सर्दिया भी अंगारे बरसाने लगी
तुम्हे भूलने की नापाक कोशिशों मे ,
पल पल तुम्हारी याद आने लगी

हमारे जहन मे आप कुछ इस तरह समां गए की

हमारे जहन मे आप कुछ इस तरह समां गए की ,

फिजायों से भी आप की महक आने लगी

इंतजार का आलम कुछ इस कदर बेपरवाह हुआ की ,

मौत से भी जिंदगी की आस आने लगी

कैसे समझाए हम आपको की मोहब्बत एक जूनून है ,

हमने जब भी इसे महसूस किया , बस आप की ही याद आने लगी

Friday, June 27, 2008

उनकी मोहब्बत का असर कुछ ऐसा हुआ ,

की बेकाबू दिल मेरा बस उनका ही हो गया

चाहत की हवाएं कुछ ऐसी चली ,

की उदास ऐ मन मेरा भी शायर हो गया

उल्फत ऐ मोहब्बत हमने दिखाई है इस जहान को

उल्फत ऐ मोहब्बत हमने दिखाई है इस जहान को ,
माशूका की याद मे तड़पते आशिक के जख्म ऐ निशान को ,
दरिया के किनारे बैठे है पर फ़िर भी लबों मे प्यास है ,
कही ऐसा तो नही की इस दिल को भी अपनी धडकनों की तलाश है

Wednesday, June 25, 2008

चलते चलते रुक जाना हमारी आदत नही

चलते चलते रुक जाना हमारी आदत नही ,
तुमे छोड़ किसी और को पाना हमारी चाहत नही
इश्क के तूफ़ान मे कई आशिक बहे होंगे ,
तुफानो मे यू ही बह जाना हमारी फिदरत नही

आप के चहरे पर एक मुस्कराहट की चाहत मे

आप के चहरे पर एक मुस्कराहट की चाहत मे ,

उम्र भर अश्क बहाने की तमन्ना है इस दिल मे

अश्को को चाहतो के धागों मे पिरोकर ,

बस आप से लिपट जाने की तमन्ना है इस दिल मे

तुम जो हमसे जुदा क्या हुए

तुम जो हमसे जुदा क्या हुए , दिल्लगी दिल से खफा हो गयी

चाहत की उमंगें जवा क्या हुई, दिल की तरंगे वेवफा हो गयी

अपनी नजरो से जरा देखो , हर नज़ारे हँसी नजर आते है

अपनी नजरो से जरा देखो , हर नज़ारे हँसी नजर आते है

कभी हमारी नजरो से भी तो देखो , हर नजारों मे तुम ही नजर आते हो

खुदा करे की खुदा से पहले मैं उसे याद करू

खुदा करे की खुदा से पहले मैं उसे याद करू

ऐ खुदा वो दिन कब आए जब मैं उसका दीदार करू

रहेम कर खुदा की मैं हर पल उसका ही ख्याल करू

मरने के बाद भी हर जनम मे बस उससे ही प्यार करू

Tuesday, June 24, 2008

जब से उन्हे देखा है

जब से उन्हे देखा है , हर चहेरे पर वो ही नजर आते है

क्या बताऊ हाल ऐ दिलो का , सूरत ऐ आइने मे बस वो ही उतर जाते है

खुदा ऐ गुजारिश तुझसे , तू ही बता दे अब मुझको कि

क्या यह सिर्फ़ अहेसास है , या फ़िर हमे भी मोहब्बत कि तलाश है

एक जिन्दगी की तलाश मे निकला था

एक जिन्दगी की तलाश मे निकला था , एक जिन्दगी को पाने के लिए
जिन्दगी जिन्दगी से जुदा हो गयी , जिन्दगी को जिन्दगी दिलाने के लिए

आशिको की शायरी से ख़ुद खुदा भी हैरान है

आशिको की शायरी से ख़ुद खुदा भी हैरान है
करिश्मा ऐ कुदरत जो महबूबाये भी शायर बन गयी
मोहब्बतों की बेरुखी से हर इंसा परेसान है
जुल्म ऐ गुस्ताख़ मोहब्बत का जो मेरे दिल मे भी उतर गयी

Friday, June 20, 2008

ऐ खुदा तू ही बता क्या है

ऐ खुदा तू ही बता क्या है मेरी खता , जो उनसे बगैर तदबीरे मोहब्बत की हमने
ऐ खुदा तू ही बता क्या है तेरी रजा , जो जुदाए ख़ुद से तकदीरे बगावत की हमने
ऐ खुदा तू ही बता क्या है मेरी सजा , जो हर पल बस उनकी ही इबादत की हमने
ऐ खुदा तू ही बता क्या है जीने की वजह , जो क़यामत के जाने तक बस उनकी ही हिफाजत की हमने

Thursday, June 19, 2008

आपकी सांसो से चले सांसे हमारी

आपकी सांसो से चले सांसे हमारी , आप ही हमारी जन्नत है

हर जनम मे आप हो हमारी , बस खुदा से यही मन्नत है

आप की आँखों से देखू जहा को , आप ही हमारी चाहत है

आप की धडकनों से मिलती , धडकनों को हमारी राहत है

Wednesday, June 18, 2008

शुक्र ये खुदाया

शुक्र ये खुदाया जो तुने एहसास ये मोहब्बते बनाई
अगर ये न होती तो जहाँ ये खुदायी भी ना होती
फिक्र ये मौला मेरे जो तुने दिले ये चाहते बनाई
अगर ये न होती तो इल्म ये जुदाई भी न होती

Tuesday, June 17, 2008

रास्ते बहुत है

रास्ते बहुत है , पर डगर ए मंजिले की तलाश है
साथी तो बहुत है पर सागर ए साहिले की तलाश है
हर तरफ़ साजिशे मोहबत्तो की बाहर है, पर
हमे तो वर्षो से मुस्कान ऐ दिलो की तलाश है



Sunday, June 15, 2008

दिल को अपने यू न बेताब करो

दिल को अपने यू न बेताब करो
किसी से पूछे बिना उससे न प्यार करो
अपनी मोहब्बत का इतनी जल्दी न इजहार करो
सच्चे इंसान की तलाश करो और बस उसी से प्यार करो

सितारे बहुत है इस आसमाने फिजा पर

सितारे बहुत है इस आसमाने फिजा पर

नजारे बहुत है इस खुदाये जहा पर

पर तुम जैसा खूबसूरत न कोई यहा पर

बस तुम ही तुम मेरी धड़कने जुबा पर

Sunday, June 8, 2008

अपनी नजरो को

अपनी नजरो को हमारी नजरो से मिला कर तो देखो,
नजरे नजरो को नजरअंदाज न कर देंगी
दिलो के जज्बातों को जुबा से बया करके तो देखो,
नजरे नजरो को खुद ही मिला देंगी

कई दिनों से कुछ उलझनों को सुलझाने की कोशिस कर रहा हू

कई दिनों से कुछ उलझनों को सुलझाने की कोशिस कर रहा हू
तुम्हारी नजरो से तुम्हारे दिल तक कुछ बाते पहुचाने की गुजारिश कर रहा हू
कैसे कहे हम आप से की ये दूरिया बढाकर मैं फासले मिटाने की साजिश कर रहा हू
पर सच तो ये है की खुद को खुद से जुदा कर खुदा से तुम्हे पाने की सिफारिश कर रहा हू

सागर की गहरायियो मे जाकर

सागर की गहरायियो मे जाकर , मोतियों को खोजना चाहा
उमीदो की राहों मे चलकर , चाहतो को जानना चाहा
तुम्हारी जुल्फों की परछाईयो मे सोकर , असमानों को छूना चाहा
रस्मो की डोरियों मे बधकर , तुम्हारी मोहबतो को पाना चाहा
खुदा की खुदाई मे रहकर भी , पल पल तुम्हे पूजना चाहा
पर क्या कहे तुम्हारी वेबफाई को जो हमे छोड़ तुमने किसी और को पाना चाहा

Wednesday, June 4, 2008

नजाकत के पहलू से

नजाकत के पहलू से , तुम्हारी चाहत की दरकार है
लब्जो के गुफ्तगू मे, तुम्हारी मोहब्बतो की तलाश है
मौसमों के बदलने से , आशिकों के मिजाज नही बदलते
सदियों से इस दिल को , बस तुम्हारा ही इंतजार है

Monday, June 2, 2008

जनाजा मेरी मोहब्बत का


जनाजा मेरी मोहब्बत का , तेरी अश्को से होकर गुजरेगा
इन अश्को से मोती बनाकर , तेरे दामन को भरने की चाहत है
दुआए तेरी खिदमत मे, मेरी मजनूने दिल से निकलेगी
इन दुआयो को सीने मे बसाकर , तेरे मन मे उतरने की चाहत है

Saturday, May 31, 2008

I LOVE YOU.....

The change of weather is very frequent.
Our views changes every moment.
But my heart will never change for you.
It is all my dear, because I love you, I love you, I love you.


The new star born and old dies periodically.
The honesty ruins and experience costs timely.
But my soul will never die for you.
It is all my dear, because I love you, I love you, I love you.

One day the universe will lose.
One day the honesty will cost.
But my love will never be lost for you.
It is all my dear, because I love you, I love you, I love you.

One day the ocean will dry.
One day the god will cry.
But my care will never be lost for you.
It is all my dear, because I love you, I love you, I love you.

One day the nature will change.
One day the humanity will strange.
But my soul will never be lost for you.
It is all my dear, because I love you, I love you, I love you.

I know you are not thinking for me, but it will not negate my likeness for you.
I know you are not in love with me, but it will not affect my dearness for you.
I know my words are obsolete for you, but it will not reflect my care for you.
I know my life is small for you, but I will make it big for you.
It is all my dear, because I love you, I love you, I love you.

Wednesday, May 28, 2008

IF I WERE...

If I were the Nature, I would try to give all the color to this world
If I were the Joker, I would make smile on everyone’s face in the world

If I were the Cain, I would make human to be real in the world
If I were the Rain, I would try to fall in every region of the world

If I were the Peace, I would try to sooth all the quarrels of the world
If I were the Lease, I would make all things as bondless in the world

If I were the Water, I would try to satisfy the thrust of everyone’s in the world
If I were the Shelter, I would try to protect everyone from disaster in the world


If I were the God, I would try to merge all communicate and commune to one
If I were the Sod, I would try to combine all the territory and continent to one

If I were the Religion, I would try to make all the color of people to one
If I were the Sunshine, I would make you elucidated in front of everyone

If I were the Pong, I would try to produce perfumed odor for everyone
If I were the Song, I would try to merge all the rhythm to one

If I were the Sun, I would try to distribute my rays to everyone
If I were the Moon, I would be your dreams’ and reveries’ Guard in one


If I were the Nope, I would try to remove all the misfortune of dearth
If I were the Hope, I would try to live in everywhere and everyone’s hearth

If I were pope, I would cure all the disease and defects from everyone’s health
If I were Rope, I would try to bring the people happily together above the wealth

If I were the Flower, I would blossom forth for everyone on the Earth
But If I were the Lover, I would choose your kindest heart in every birth