कभी तू मुझसे दूर कहीं , कभी तू मुझमे पास है
हर घड़ी हर लम्हा मुझको , बस तेरी तलाश है ॥
कभी तू सांसो की जुबां , कभी तू दिल की आस है
तू ही इन आँखों का मंजर , तू ही मेरी प्यास है ॥
कभी तू मुझसे दूर कहीं , कभी तू मुझमे पास है
हर घड़ी हर लम्हा मुझको , बस तेरी तलाश है ॥
कभी तू सांसो की जुबां , कभी तू दिल की आस है
तू ही इन आँखों का मंजर , तू ही मेरी प्यास है ॥
तेरे इश्क ने क्या क्या न बना दिया मुझको
कभी जमीं पर गिरा दिया
कभी फलक पर चढा दिया मुझको ॥
जैसे जुदा सब चहरे यहाँ जुदा है रंग सभी
क्यों हर चहरे पर दिखे मुझे तेरा ही चेहरा हँसी
तेरे हुस्न ने क्या क्या न सिखा दिया मुझको
कभी गमीं मे हंसा दिया
तो कभी खुशी मे रुला दिया मुझको ॥
कितने दिन बीत गए , न हुआ दीदार तेरा
अब तो हरपल मुझको है , इंतजार तेरा , इंतजार तेरा ॥
शुक्र है खुदा जो , हर तस्वीर मे नजर वो आएं
अब तो तस्वीरो से भी , झलके है प्यार तेरा , प्यार तेरा ॥
मजमा ऐ हुस्न कहीं , जब यू ही जमा हो जाएगा
मेरी तो मंजिल वहीं है , नजर जहा तू आयेगा ॥
जो देखे तू नजरो से मेरी , तुझसा हँसी न होगा कोई
मुझे पता है सदियों से यह , तुझे पता चल जाएगा ॥
सपने देख यू ही मै , घबरा जाता हू कभी कभी
तुम न आती हो ख्वाबो मे , आ जाते बाकी सभी ॥
कहते है लोग कही , सच होते है ख्वाब तभी
जब हो वो साथ तुम्हारे , जो है सांसो मे अभी ॥
हाँ तुम ही हो सांसो मे हरपल , तुम ही मेरे ख्वाब सभी ॥
सुनता रहू बातें तुम्हारी , बस यही एक बात है
तुमसे ही गुफ्तगू कर मिलती , दिल को आफियात है ॥
हर घड़ी हर लम्हा बस , तेरा ही इंतजार है
न कहे तू मुझसे पर, तू ही मेरा प्यार है , हां तू ही मेरा यार है ॥
तू ही तू मेरे ख्वाब मे आए , मेरी तू तकदीर बनाये
तुझसे ही चलती हैं साँसे, बिन तेरे अब रहा न जाए ॥
तू जो हंस दे बदले मौसम , बिखरे जुल्फे बादल लहराए
तेरी इन आँखों का मंजर , मुझको तेरे पास बुलाये ॥
लब्ज न मिल पाये तेरी तारीफ़ मे मेरे खुदा ,
जो हर रंग मे तेरे वों , नजर मुझको आ गई ...
अदाओ ने उसकी मुझको, कुछ किया ऐसा फ़िदा ,
बीरान इस दिल मे कही फ़िर बहार आ गई ...
शुक्रिया ऐ खुदा मेरे , जो दीदार ऐ दिलबर कराया आपने ,
रहेम् ऐ खुदाई तेरी , जो हमारी इबादतों को अपनाया आपने ..
बरसो से झलक ऐ सनम की चाहत थी दिल मे ,
हमारी हर खुशी हमे दी , शागिर्द अपना बनाया आपने ...
नशा है किसी को महकती शराब का ,
कही छाया है सुरूर हुस्न ऐ शबाब का ,
गुम है हर शख्स अपने ही जहा में कही ,
हमे है नशा ऐ सुरूर बस एक हँसी ख्वाब का ...
नजरे जो है रौशन तुम्ही से
तुम्हारे सिवाय जब मिली किसी से ,
मेरी यही तमन्ना है दिल से
भर जाये मेरी नजरे नमी से ...
चलती है जो सांसे तुम्ही से
बिन तुम्हारे जब चले कही से ,
रब यही एक दुआ तुम्ही से
हो जाये जुदा ये सांसे हमी से ...
सजते है जो ख्वाब तुम्ही से
तुमसे खफा जो सजे कही से ,
हमारी यही खवाइश हमी से
भर जाए हर ख्वाब ग़मी से ...