ज़माने की सारी दुआयों से बढकर, मेरी एक दुआ है, मेरे उस ज़माने के लिए ...
हे खुदा तू लै ले मेरी जान, और दे दे उनको , हर इक लम्हा मुस्कुराने के लिए ...
लेता रहूँगा हर जनम, बस तेरा ही कर्ज चुकाने के लिए , जो करता रहे तू करिश्मा , मेरे महबूब को हँसाने के लिए ...
न रहेगा रंजो गम , ना ही कोई शिकायत तुझसे , जो ले जा तू मेरी साँसे , बस उनकी जुल्फे लहराने के लिए ...