नजरे जो है रौशन तुम्ही से
तुम्हारे सिवाय जब मिली किसी से ,
मेरी यही तमन्ना है दिल से
भर जाये मेरी नजरे नमी से ...
चलती है जो सांसे तुम्ही से
बिन तुम्हारे जब चले कही से ,
रब यही एक दुआ तुम्ही से
हो जाये जुदा ये सांसे हमी से ...
सजते है जो ख्वाब तुम्ही से
तुमसे खफा जो सजे कही से ,
हमारी यही खवाइश हमी से
भर जाए हर ख्वाब ग़मी से ...
Tuesday, February 3, 2009
नजरे जो है रौशन तुम्ही से...
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