Monday, July 14, 2008

आज फ़िर लेकर आया

आज फ़िर लेकर आया , खुशियों का तोहफा मैं

भरकर अपनी झोली ले जाऊ , दुखो का बोझा मैं

दिलवालों से जो करले सौदा , ऐसा सौदागर मैं ...

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तारो के टूट जाने से , आसमां नही टूटा करते

हवाओ के रूठ जाने से , अरमां नही रूठा करते

टूटे हुए अरमानो को जोड़े , ऐसा जादूगर मै ...

आज फ़िर लेकर आया , खुशियों का तोहफा मैं

भरकर अपनी झोली ले जाऊ , दुखो का बोझा मैं

दिलवालों से जो करले सौदा , ऐसा सौदागर मैं ...

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पतझड़ के बीत जाने पर , फ़िर बसंत है लोट आता

घनघोर अँधेरा छट जाने पर , फ़िर सूरज है मुस्कुराता

गम को जो खुशियों से हरा दे , ऐसा बाजीगर मैं ...

आज फ़िर लेकर आया , खुशियों का तोहफा मैं

भरकर अपनी झोली ले जाऊ , दुखो का बोझा मैं

दिलवालों से जो करले सौदा , ऐसा सौदागर मैं ...

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