हीरे की चमक का हर इंसा है कायल ,
तुम्हारी एक मुस्कराहट क्या हीरे से कम है
चहरे की दमक से हर सख्स है घायल ,
तुम्हारा यह नूर क्या किसी हुस्न से कम है
हीरे की चमक का हर इंसा है कायल ,
तुम्हारी एक मुस्कराहट क्या हीरे से कम है
चहरे की दमक से हर सख्स है घायल ,
तुम्हारा यह नूर क्या किसी हुस्न से कम है
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