Friday, July 4, 2008

तेरी याद मे वो जाना

तेरी याद मे वो जाना , सुबकुछ भुला दूंगा , तू जो हँस दे तो सारे , जहा को हँसा दूँगा

फासले बहुत है पर मै , दूरिया मिटा दूँगा , तू जो है संग मेरे मै , रब को हरा दूंगा

साँसों की धड़कन तू है ... चाहत की तड़पन तू ... नीदों मे तू ही तू है ... ख्वाबो मे तू ही तू .....

राहो की रहबर तू है... रंगों के रंग मे तू ... फूलो की खुसबू तू है ....मेरी तो जन्नत तू ...

तेरी चाहतो मे जाना , दुनिया भुला दूँगा , तू जो कह दे तो मै , वक्त को रुका दूँगा

मुस्किले बहुत है पर मै , रास्ते बना लूँगा , तेरे इंतजार मे मै , सदिया बिता दूँगा

सूरज की किरने तू है ...सागर की लहरे तू... बातो मे तू ही तू है... सांसो मै तू ही तू ...

गीतों की धुन मे तू है ... हांथो की लकीरे तू... जीने की तमन्ना तू है... मरने के बाद भी तू .....

तेरी खुशी से ,अपनी , महफिले सजा दूंगातू जो चाहे तो मैं , चाँद भी दिला दूँगा

साजिशे बहुत है पर मैं , उलझने सुलझा दूँगा , तू जो है संग मेरे मै , रब को हरा दूंगा

दिल की तरंगे तू है ... मन की उमंगें तू ... बारिश की बूंदे तू है ... बागो की रौनक तू....

रस्मो की कसमे तू है ...मेरी तो मन्नत तू... रब के पहले तू है... हाँ , रब के बाद भी तू ....

2 comments:

Anonymous said...
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Anonymous said...

oye hoye...ki baat hai sir jee...bahot khoob...insha-allah.. :p ;)