इतने पास होकर भी क्यू रहती हो तुम दूर ,
क्या करू जब दिल मेरा बस तुमसे है मजबूर
चाहत भी तो रहती है दिल के कितने पास
फ़िर क्यू नही आती लबों पर दिल की हर बात
नजरो को न देखो , देखो दिल मे क्या है आस
रब ही जाने कब होगी उनसे हमारी मुलाकात
कैसे कहू मैं रहता हू तुम्हारे नसे मे चूर
इतने पास होकर भी क्यू रहती हो तुम दूर ...
Thursday, July 31, 2008
इतने पास होकर भी ...
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