हमारे जहन मे आप कुछ इस तरह समां गए की ,
फिजायों से भी आप की महक आने लगी
इंतजार का आलम कुछ इस कदर बेपरवाह हुआ की ,
मौत से भी जिंदगी की आस आने लगी
कैसे समझाए हम आपको की मोहब्बत एक जूनून है ,
हमने जब भी इसे महसूस किया , बस आप की ही याद आने लगी
हमारे जहन मे आप कुछ इस तरह समां गए की ,
फिजायों से भी आप की महक आने लगी
इंतजार का आलम कुछ इस कदर बेपरवाह हुआ की ,
मौत से भी जिंदगी की आस आने लगी
कैसे समझाए हम आपको की मोहब्बत एक जूनून है ,
हमने जब भी इसे महसूस किया , बस आप की ही याद आने लगी
1 comment:
One more Nice shayari from u, As usual.. Sir jee .. :) :)
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