नजाकत के पहलू से , तुम्हारी चाहत की दरकार है
लब्जो के गुफ्तगू मे, तुम्हारी मोहब्बतो की तलाश है
मौसमों के बदलने से , आशिकों के मिजाज नही बदलते
सदियों से इस दिल को , बस तुम्हारा ही इंतजार है
Wednesday, June 4, 2008
नजाकत के पहलू से
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