रास्ते बहुत है , पर डगर ए मंजिले की तलाश है
साथी तो बहुत है पर सागर ए साहिले की तलाश है
हर तरफ़ साजिशे मोहबत्तो की बाहर है, पर
हमे तो वर्षो से मुस्कान ऐ दिलो की तलाश है
Tuesday, June 17, 2008
रास्ते बहुत है
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रास्ते बहुत है , पर डगर ए मंजिले की तलाश है
साथी तो बहुत है पर सागर ए साहिले की तलाश है
हर तरफ़ साजिशे मोहबत्तो की बाहर है, पर
हमे तो वर्षो से मुस्कान ऐ दिलो की तलाश है
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