Tuesday, August 26, 2008

चहरे पर हँसी है जो छाई

चहरे पर हँसी है जो छाई , कभी सोचा तुमने कहा से है वो आई

मुस्कुराना कभी न था मुस्किल पर हमारी तो हँसी तुमसे है आई

जिंदगी तो जी लेते है सब , बिन तुम्हारे जीना भी क्या ,

जब से हमने देखा है तुमको , साँसों ने अपनी धड़कन है पाई ...