आँखे जो बंद कर लेता हू , ख्वाबो मे आ जाती तुम
कुछ भी सोचू उससे पहले मुझको यू पड़ जाती तुम
तुम्हे देखने मे ही सारी उमर बीत जायगी
न जाने ख्वाबो से निकलकर बाहों मे कब आओगे तुम ...
Tuesday, August 26, 2008
आँखे जो बंद कर लेता हू ...
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