Sunday, May 31, 2009

कभी तू मुझसे दूर कहीं , कभी तू मुझमे पास है ...

कभी तू मुझसे दूर कहीं , कभी तू मुझमे पास है
हर घड़ी हर लम्हा मुझको , बस तेरी तलाश है ॥
कभी तू साँसों की जुबां , कभी तू दिल की आस है
तू ही तू बातो का मंजर , तू ही मेरी प्यास है ॥

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कभी तू आँखों की कशिश , कभी तू मन का राज है
तू ही तू इस दिल के अन्दर , तू ही मेरा साज है ॥
कभी तू लहराती पवन , कभी तू ग़म का राज है
तुझसे ही जन्नत है मेरी , तू ही मेरी आवाज है ॥

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कभी तू माथे की चमक , कभी तू मेरा नाम है
तेरे ही हांथो से बनता , मेरा हर एक काम है ॥
कभी यू फूलो की महक , कभी तू प्यारा जाम है
तुझसे है रौशन है रोशनी , तू ही तो हर शाम है ॥

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