Tuesday, June 9, 2009

इंतजार मे तेरे , मेरे , आँखों से आंसू रूठ गए

इंतजार मे तेरे , मेरे , आँखों से आंसू रूठ गए
तुम न आई ख्वाबो मे तो ,नीदों से नाते टूट गए
पर जब भी तुम आओगी सजनी ,
हो जायेगी फ़िर बरसाते...बंध जायेगे रिश्ते नाते ...
हाँ , जब भी तुम आओगी सजनी ,
हो जायेगी फ़िर बरसाते...बंध जायेगे रिश्ते नाते ...

***
बेकरार मे तेरे , मेरे , दिल से सागर छूट गए
न जाने तुम कब कहाँ , चैन हमारे लूट गए
पर जब भी तुम आओगी सजनी ,
ले आओगी फ़िर सौगाते...सुन जाओगी मेरी बातें...
हाँ , जब भी तुम आओगी सजनी ,
ले आओगी फ़िर सौगाते...सुन जाओगी मेरी बातें...

1 comment:

ek adhuri kavita.......... said...

bahut hi khub likha he par ab to intzar khat ho gya fir,,,,,,,,,,
bhi aap inzar me he
bahut khoob likha he