Friday, April 10, 2009

गुनगुनाती सुबहो से , जो की मैंने बातें

गुनगुनाती सुबहो से , जो की मैंने बातें
ले आयी खुश्बुयो की , ये फिजाये सौगाते

यादो ही यादो मे बीत जाए जिंदगानी

उससे जो मिला दे रब , तेरी महेरबानी ...

लहराती हवाओं से , जो हुई मुलाकाते

छा गयीं ये घटाये , हो गयीं बरसाते

आँखों मे छा जाए उसके चहरे की रवानी

मुझको जब दे जाए कोई उसकी निशानी ...

मुस्कुराती यादो से जो हुई मेरी राते

ले गई ख्वाबो से मेरी नीदे वो जाते

ख्वाबो ही ख्वाबो मे कट जाए अब जवानी

उनसे जो मिल जाए मेरे प्यार की कहानी ...

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