शाहिल किनारे बैठे यू सागर को तुम न देखा करो ,
डरता हू कही , सागर को , मोहब्बत न तुमसे हो जाए
ख्यालो मे खोए यू फिजाओ से न बाते करो ,
घबराता हू कही , फिजाओ को , चाहत न तुमसे हो जाए ...
Tuesday, September 9, 2008
शाहिल किनारे बैठे ...
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